जिंदगी में दुश्वारियों को ढोते ढोते अब यकीन होने लगा है मुझे। जिंदगी में दुश्वारियों को ढोते ढोते अब यकीन होने लगा है मुझे।
इन दिनें घर पर रहो और अपना वक्त बताओ इन दिनें घर पर रहो और अपना वक्त बताओ
इनसे मिलने से पहले सोचता था कि ये शायर, लेखक और कवि क्या बकवास लिखते है। अपने लेख को पढ़ाने के लिए क... इनसे मिलने से पहले सोचता था कि ये शायर, लेखक और कवि क्या बकवास लिखते है। अपने ले...
कविता में बच्चों से जीवन के परीक्षाओं एवं परेशानियों का डटकर सामना करने का सन्देश है कविता में बच्चों से जीवन के परीक्षाओं एवं परेशानियों का डटकर सामना करने का सन...
ख्वाब सच्चे अब आते नहीं हैं माँ के बोल अब रुलाते नहीं हैं। ख्वाब सच्चे अब आते नहीं हैं माँ के बोल अब रुलाते नहीं हैं।
मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते हैं, जिसको मैं "सुनो ... मन की सोंधी मिट्टी पर जब इश्क़ की बूंदे गिरती हैं तो सतरंगी ख़यालों के बीज फूटते ह...